मुंबई – बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री काजोल पहली बार हॉरर शैली में कदम रख रही हैं अपनी आने वाली फिल्म ‘मां’ के जरिए, जो एक मिथकीय थ्रिलर है। यह फिल्म 27 जून को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने जा रही है, और इसके ट्रेलर ने पहले ही दर्शकों का ध्यान खींचा है।
काजोल ने इस फिल्म को लेकर कहा, “‘मां’ एक ऐसा शब्द है, जो हर बच्चे की ज़ुबान पर सबसे पहले आता है। यह सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि एक भाव है, एक गहराई है, एक जुड़ाव है।” उन्होंने बताया कि फिल्म का यह शीर्षक शुरुआत में एक वर्किंग टाइटल था, लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ी, यह स्पष्ट हो गया कि इससे बेहतर नाम फिल्म के लिए हो ही नहीं सकता।
फिल्म में काजोल एक ऐसी महिला का किरदार निभा रही हैं जो एक भयंकर रहस्य और आत्मिक डर के बीच फंसी होती है। लेकिन काजोल इसे सिर्फ हॉरर नहीं, बल्कि एक भावनात्मक यात्रा मानती हैं। उन्होंने कहा, “अगर इस फिल्म में भावनात्मक गहराई नहीं होती, तो शायद मैं इसे नहीं करती।”
हॉरर और मिथक का संगम
‘मां’ भारतीय संस्कृति, देवी शक्ति, और अंधविश्वासों के ताने-बाने में बुनी गई एक अनोखी कहानी है। यह फिल्म डर और दर्शन का ऐसा मेल है जो भारतीय सिनेमा में कम ही देखने को मिलता है। काजोल ने कहा, “ये सिर्फ डराने वाली फिल्म नहीं है, इसमें भारतीय संस्कृति की जड़ें भी हैं, और भावनात्मक स्पर्श भी। यही इसका खास आकर्षण है।”
सेंसर बोर्ड से मिली हरी झंडी, बिना किसी कट के
जहां ज्यादातर हॉरर फिल्मों को ‘A’ सर्टिफिकेट मिलता है, वहीं ‘मां’ को CBFC (सेंसर बोर्ड) ने बिना किसी कट के U/A 16+ सर्टिफिकेट के साथ पास किया है। सूत्रों के अनुसार, फिल्म में कुछ दृश्यों में भय का स्तर अधिक है, लेकिन उनकी प्रस्तुति इस तरह की गई है कि सेंसर बोर्ड ने कोई कट लगाने की ज़रूरत नहीं समझी।
CBFC ने केवल यह सुझाव दिया कि फिल्म की शुरुआत में डिस्क्लेमर को और अधिक स्पष्टता से दिखाया जाए और साथ ही बालिकाओं के विरुद्ध अपराध और मानव बलि जैसे मुद्दों को दर्शकों के प्रति संवेदनशीलता से प्रस्तुत किया जाए।
बॉलीवुड में हॉरर का बदलता चेहरा
बॉलीवुड में हॉरर शैली लंबे समय तक उपेक्षित रही है। रामसे ब्रदर्स की फिल्मों से लेकर ‘राज़’ और ‘भूत’ जैसे हिट्स ने इस शैली को पहचान दिलाई, लेकिन आज के दौर में ‘तुम्बाड’, ‘परी’, ‘बुलबुल’, ‘शैतान’ और अब ‘मां’ जैसी फिल्मों ने इसे एक नया आयाम दिया है।
काजोल ने स्वीकार किया, “हॉरर फिल्में बनाना आसान नहीं है। इसमें तकनीक, वीएफएक्स और सशक्त लेखन की ज़रूरत होती है। लेकिन अब हम सब बेहतर कहानियों की तलाश में हैं और ‘मां’ वही कहानी थी जो मुझे भीतर तक छू गई।”
फिल्म की जानकारी
- फिल्म का नाम: मां
- अभिनेत्री: काजोल
- शैली: मिथकीय हॉरर थ्रिलर
- प्रस्तुति: देवगन फिल्म्स और जियो स्टूडियोज
- लंबाई: 2 घंटे 15 मिनट
- सर्टिफिकेट: U/A 16+
- रिलीज़ डेट: 27 जून 2025
इस फिल्म से यह साफ है कि बॉलीवुड अब हॉरर शैली को लेकर पहले से ज्यादा गंभीर हो चुका है। दर्शकों को अब डर के साथ-साथ एक गहराई और संस्कृति से जुड़ी कहानियां देखने को मिल रही हैं।
क्या ‘मां’ भारतीय हॉरर सिनेमा को नई पहचान देगी? 27 जून को इसका जवाब मिलेगा।