विशाखापत्तनम — भारतीय नौसेना ने इतिहास रचते हुए सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया को फाइटर पायलट के रूप में प्रशिक्षित करने वाली पहली महिला अधिकारी घोषित किया है। उन्होंने ‘विंग्स ऑफ गोल्ड’ प्राप्त कर नौसेना की फाइटर स्ट्रीम में प्रवेश किया, जिससे महिलाओं के लिए सैन्य विमानन में एक नया युग आरंभ हुआ है।
भारतीय नौसेना की ओर से जारी बयान में कहा गया, “सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया नौसेना की फाइटर स्ट्रीम में चयनित होने वाली पहली महिला बनीं हैं। यह नारी शक्ति को बढ़ावा देने और सैन्य सेवाओं में लैंगिक समानता को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।”
आस्था पूनिया ने लेफ्टिनेंट अतुल कुमार ढुल के साथ ‘सेकंड बेसिक हॉक कन्वर्ज़न कोर्स’ सफलतापूर्वक पूरा किया। उन्हें यह सम्मान Rear Admiral जनक बेवली, ACNS (एयर) द्वारा दिया गया। यह प्रशिक्षण हॉक-132 एडवांस्ड जेट ट्रेनर पर आधारित था, जिसे भारतीय नौसेना ने 2013 में शामिल किया था।
आस्था पूनिया भविष्य में मिग-29K या राफेल मरीन जैसे अत्याधुनिक फाइटर जेट्स को भारतीय विमानवाहक पोतों से उड़ा सकती हैं। भारतीय नौसेना फिलहाल दो विमानवाहक पोतों — INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य — का संचालन करती है, जिनसे मिग-29K जैसे लड़ाकू विमान संचालित होते हैं।
यह उपलब्धि केवल व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि भारतीय नौसेना की उस व्यापक सोच को दर्शाती है, जिसमें महिलाओं को हर क्षेत्र में समान अवसर देने की प्रतिबद्धता शामिल है। नौसेना ने पहले ही समुद्री टोही विमानों और हेलिकॉप्टर्स में महिला पायलट और नौसेना एयर ऑपरेशंस अधिकारियों की नियुक्ति शुरू कर दी थी।
X (पूर्व ट्विटर) पर भारतीय नौसेना ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि को साझा करते हुए लिखा, “#NavalAviation में एक नया अध्याय। SLt आस्था पूनिया बनीं फाइटर स्ट्रीम में शामिल होने वाली पहली महिला पायलट — रूढ़ियों को तोड़ते हुए उन्होंने महिला फाइटर पायलट्स के एक नए युग की नींव रखी।”
यह कदम ‘नारी शक्ति’ के सशक्तिकरण की दिशा में भारतीय नौसेना के दृष्टिकोण को दर्शाता है, जो भविष्य में और भी महिलाओं के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा।