गोवा, अपने खूबसूरत समुद्रतटों और मुक्त वातावरण के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां आने वाली कई महिला पर्यटकों को असुविधाजनक और असुरक्षित अनुभवों का सामना करना पड़ा है। पुरुष पर्यटकों द्वारा की गई छेड़छाड़ और अनुचित व्यवहार के चलते गोवा सरकार ने एक अनूठी पहल की है – महिलाओं के लिए विशेष ज़ोन।
क्या है यह नई पहल?
राज्य सरकार द्वारा नियुक्त लाइफगार्ड एजेंसी दृष्टि मरीन ने गोवा के लोकप्रिय समुद्रतटों पर 40 स्विमिंग ज़ोन निर्धारित किए हैं, जिनमें अरामबोल, मोज़रीम, बागा, कालांगुट, मिरामार, बायना, बोगमालो, कोलवा, बागा-2 और अश्वेम शामिल हैं। इन ज़ोन को तीन हिस्सों में बांटा गया है – परिवारों के लिए, पुरुषों के लिए, और केवल महिलाओं के लिए।
हर ज़ोन को स्पष्ट संकेतों और रस्सियों से चिन्हित किया गया है, और महिलाओं के लिए निर्धारित क्षेत्रों में वाटर स्पोर्ट्स पर प्रतिबंध लगाया गया है ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
क्यों उठाया गया यह कदम?
महिलाओं ने पुलिस और सोशल मीडिया पर शिकायतें की हैं कि गोवा के बीचों पर उन्हें टोकने, घूरने, फोटोज और वीडियोज लेने जैसी घटनाओं का सामना करना पड़ा। एक महिला ने बताया कि अरामबोल बीच पर उनके साथ छेड़छाड़, सीटियाँ और अनावश्यक टकटकी जैसी घटनाएँ हुईं।
ऐसे कई मामलों में पुरुष पर्यटक जानबूझकर महिलाओं के पास जाकर ‘सेल्फी’ के नाम पर तस्वीरें लेते देखे गए। यह पहल महिलाओं को एक सुरक्षित और आरामदायक माहौल देने की दिशा में एक कदम है।
क्या कहती हैं महिलाएं?
दृष्टि मरीन के ऑपरेशन्स मैनेजर शशिकांत जाधव ने बताया, “महिलाएं जब परिवार के साथ आती हैं, तो वे परिवार ज़ोन में रहती हैं। लेकिन जब वे अकेली होती हैं, तो महिलाएं-only ज़ोन उन्हें अधिक सुरक्षित और आरामदायक लगता है।”
आलोचकों की राय
मानवाधिकार कार्यकर्ता अल्बर्टीना अल्मेडा ने चिंता जताई कि इस तरह के विभाजन से भविष्य में और भी असमानताएं पैदा हो सकती हैं। उन्होंने कहा, “आज महिलाओं के लिए अलग ज़ोन है, कल स्थानीय और विदेशी पर्यटकों के लिए भी अलग ज़ोन बना दिए जाएंगे। इससे मछुआरों की आजीविका पर भी असर पड़ सकता है।”
उनका सुझाव है कि इस समस्या का हल सुरक्षा बलों की मौजूदगी बढ़ाकर और स्थायी निगरानी से किया जाना चाहिए।
पर्यटन और आगे की योजना
गोवा में सोशल मीडिया के प्रभाव से बीचों पर महिलाओं की निजता में दखल देने की घटनाएं बढ़ी हैं। इंस्टाग्राम, यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर कई बार बिना अनुमति के महिलाओं के वीडियो अपलोड किए गए हैं।
2024 में गोवा ने कुल करीब 1.4 करोड़ पर्यटकों का स्वागत किया, जिनमें 86.28 लाख घरेलू और 4.52 लाख विदेशी पर्यटक शामिल थे। इसके अलावा, डाबोलिम एयरपोर्ट पर भी दिसंबर 2024 में 27% अधिक यात्री आए।
राज्य के पर्यटन मंत्री रोहन खौंटे ने कहा कि सरकार ओवर-टूरिज्म, कचरा प्रबंधन और स्थानीय-पर्यटक तनाव जैसे मुद्दों से अवगत है और इन्हें हल करने के लिए सक्रिय योजना पर काम कर रही है।
निष्कर्ष
महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल बनाना एक सकारात्मक पहल है, लेकिन इसके साथ-साथ सिस्टमेटिक सुरक्षा उपाय और संवेदनशीलता प्रशिक्षण जैसे कदम भी जरूरी हैं। महिलाओं की आज़ादी और सुरक्षा दोनों को संतुलित रखना सरकार और समाज की सामूहिक ज़िम्मेदारी है।