नई दिल्ली : भारत द्वारा पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर आधी रात के दौरान किए गए मिसाइल हमलों के संबंध में बुधवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने संयुक्त रूप से राष्ट्र को जानकारी दी। इस सैन्य कार्रवाई को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया है।
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
भारतीय सेना की कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी सैन्य इतिहास में कई मील के पत्थर स्थापित कर चुकी हैं। महज 35 वर्ष की उम्र में वे कई युवा सैन्य अधिकारियों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।
मार्च 2016 में, वे पहली महिला सैन्य अधिकारी बनीं जिन्होंने बहुपक्षीय सैन्य अभ्यास “Exercise Force 18” में भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व किया। यह अब तक भारत में आयोजित सबसे बड़ा विदेशी सैन्य अभ्यास था, जिसमें जापान, रूस, चीन, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया समेत 18 देशों ने भाग लिया।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के तहत 2006 में कांगो में बतौर सैन्य पर्यवेक्षक कार्य किया था और 2010 से अब तक शांति अभियानों में सक्रिय योगदान दे रही हैं।
कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह?
व्योमिका सिंह, भारतीय वायुसेना की हेलीकॉप्टर पायलट हैं। बचपन से ही उनका सपना था आकाश में उड़ने का — उनके नाम का अर्थ भी “आकाश की बेटी” होता है। उन्होंने राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) में भाग लिया और इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद वायुसेना में कमीशन प्राप्त किया।
व्योमिका अपने परिवार की पहली सदस्य हैं जिन्होंने सशस्त्र बलों में सेवा की। उन्हें 18 दिसंबर 2019 को फ्लाइंग ब्रांच में स्थायी कमीशन प्राप्त हुआ।
उन्होंने चीता और चेतक हेलीकॉप्टरों को जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के कठिन इलाकों में उड़ाया है। उनके नाम 2500 से अधिक उड़ान घंटे दर्ज हैं। नवंबर 2020 में अरुणाचल प्रदेश में उनका एक महत्वपूर्ण सैन्य मिशन भी हुआ।
ऑपरेशन सिंदूर में किन ठिकानों को बनाया गया निशाना?
सूत्रों के अनुसार, भारत ने कुल 9 आतंकी ठिकानों पर निशाना साधा – जिनमें से 4 पाकिस्तान में और 5 पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित हैं:
पाकिस्तान में:
- मरकज़ सुब्हान अल्लाह, बहावलपुर
- मरकज़ तैय्यबा, मुरिदके
- सरजाल / टेहरा कलां
- सियालकोट
PoK में:
5. मरकज़ अहले हदीस, बरनाला, भिंबर
6. मरकज़ अब्बास, कोटली
7. मसकर रहील शाहिद, कोटली ज़िला
8. मरकज़ सय्यदना बिलाल
9. शवाई नल्लाह कैंप, मुजफ्फराबाद
इन ठिकानों में से कुछ वही हैं जहां मुंबई हमले के आरोपी अजमल कसाब और डेविड हेडली को प्रशिक्षण दिया गया था।
महिलाओं की भूमिका और नेतृत्व के इस ऐतिहासिक क्षण ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सुरक्षा के मोर्चे पर भी वे किसी से पीछे नहीं हैं।