पुणे स्थित प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में आज एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज किया गया जब 148वें कोर्स की पासिंग आउट परेड के दौरान पहली बार 17 महिला कैडेट्स ने सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा कर भारतीय सशस्त्र बलों में आधिकारिक रूप से कदम रखा। खड़कवासला के खेतरपाल परेड ग्राउंड पर आयोजित इस परेड में पहली बार महिला कैडेट्स की टुकड़ी ने भाग लिया, जिससे यह परेड सैन्य परंपरा के साथ-साथ सामाजिक समावेशन की दिशा में भी एक मील का पत्थर बन गई।
मिजोरम के राज्यपाल और पूर्व थलसेनाध्यक्ष जनरल वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने परेड की समीक्षा की। इस अवसर पर एनडीए कमांडेंट वाइस एडमिरल अजय कोचर भी उपस्थित थे। जनरल सिंह ने इस उपलब्धि को देश के लिए “गौरव का क्षण” बताया और कहा कि एनडीए न केवल सैन्य प्रशिक्षण संस्थान है, बल्कि यह जिम्मेदार और सक्षम नागरिकों को गढ़ने की प्रयोगशाला भी है। उन्होंने महिला कैडेट्स के शामिल होने को “नारी सशक्तिकरण” की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और इसे “महिला-नेतृत्वित विकास” का प्रतीक करार दिया।
इस पासिंग आउट परेड में कुल 339 कैडेट्स ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से डिग्रियां प्राप्त कीं — जिनमें 84 को बीएससी, 85 को कंप्यूटर साइंस, 59 को बीए और 111 को बीटेक की डिग्री मिली।
महिला कैडेट श्रिति दक्ष ने इतिहास रचते हुए बीए स्ट्रीम में टॉप कर चीफ ऑफ एयर स्टाफ ट्रॉफी और सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने अपने तीन साल के अनुभव को एक “भावनात्मक यात्रा” बताते हुए कहा कि शुरुआत में समायोजन कठिन था, लेकिन प्रशिक्षकों और स्टाफ के निरंतर समर्थन से उन्होंने आत्मविश्वास हासिल किया। उल्लेखनीय है कि श्रिति के पिता भी एनडीए के पूर्व अधिकारी रह चुके हैं और वही स्क्वाड्रन से थे।
अन्य पुरस्कार विजेताओं में कैडेट प्रिंस राज को प्रेसिडेंट्स गोल्ड मेडल, कैडेट उदयवीर सिंह नेगी को सिल्वर मेडल, और कैडेट तेजस भट्ट को ब्रॉन्ज मेडल मिला। गोल्फ स्क्वाड्रन को चीफ ऑफ स्टाफ बैनर प्रदान किया गया।
लकी कुमार को बीएससी स्ट्रीम में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ट्रॉफी से नवाजा गया, वहीं प्रिंस कुमार कुशवाहा ने कंप्यूटर साइंस स्ट्रीम में शीर्ष स्थान हासिल किया।
महिला कैडेट्स का यह ऐतिहासिक बैच अगस्त 2022 में एनडीए में शामिल हुआ था, जब सुप्रीम कोर्ट के 2021 के फैसले के बाद महिलाओं को पहली बार संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित एनडीए प्रवेश परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई थी। एनडीए में प्रवेश आज भी पूर्णतः मेरिट आधारित है और इसमें लिंग या क्षेत्र के आधार पर कोई आरक्षण नहीं है।
यह ऐतिहासिक परेड देशभर से आए सैन्य अधिकारियों, गणमान्य व्यक्तियों और कैडेट्स के परिजनों की उपस्थिति में गर्व और उत्साह के साथ संपन्न हुई।