नई दिल्ली: अमेरिका के विदेश मंत्रालय (US State Department) ने भारत के लिए लेवल-2 ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है, जिसमें अमेरिकी नागरिकों, खासकर महिलाओं, को अकेले यात्रा न करने की सख्त सलाह दी गई है। 16 जून को जारी इस नई चेतावनी में भारत में बढ़ते अपराधों और आतंकवाद के खतरे को देखते हुए यात्रियों से “अधिक सतर्कता बरतने” का आग्रह किया गया है।
एडवाइजरी में खासतौर पर कहा गया है कि “बलात्कार भारत में सबसे तेजी से बढ़ते अपराधों में से एक है”, और पर्यटन स्थलों और अन्य स्थानों पर हिंसक अपराध, जिनमें यौन उत्पीड़न भी शामिल है, होते रहते हैं।
प्रमुख चेतावनियाँ:
- पर्यटन स्थल, शॉपिंग मॉल, यातायात केंद्र, और सरकारी भवन आतंकवादियों के संभावित निशाने पर हैं।
- आतंकी हमले बिना किसी चेतावनी के हो सकते हैं।
- ग्रामीण क्षेत्रों में अमेरिकी नागरिकों को आपातकालीन सेवाएं देने की सीमित क्षमता है।
- पूर्वी महाराष्ट्र, उत्तरी तेलंगाना, और पश्चिमी पश्चिम बंगाल जैसे क्षेत्रों में विशेष सतर्कता की जरूरत है।
अमेरिकी कर्मचारियों के लिए यात्रा प्रतिबंध
यूएस सरकार ने अपने कर्मचारियों को भारत के कई राज्यों में राजधानी के बाहर यात्रा करने के लिए विशेष अनुमति लेने का निर्देश दिया है। इन राज्यों में शामिल हैं:
- बिहार
- झारखंड
- छत्तीसगढ़
- पश्चिम बंगाल
- मेघालय
- ओडिशा
- साथ ही मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के पूर्वी हिस्से
इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर, भारत-पाकिस्तान सीमा, मणिपुर, और पूर्वी व मध्य भारत के कुछ हिस्सों को लेकर भी खास सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
महिलाओं को दी गई खास चेतावनी
एडवाइजरी में साफ तौर पर लिखा गया है:
“अकेले यात्रा न करें, खासकर यदि आप महिला हैं।“
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यह भी याद दिलाया कि भारत में सैटेलाइट फोन या GPS डिवाइस रखना अवैध है, और ऐसा करने पर $200,000 तक का जुर्माना या तीन साल तक की जेल हो सकती है।
भारत-नेपाल सीमा पर भी चेतावनी
यूएस नागरिकों को भारत-नेपाल सीमा को पैदल पार करने से मना किया गया है, क्योंकि इसमें इमिग्रेशन से जुड़ी गिरफ्तारी और जुर्माने का खतरा है।
महिलाएं डॉट कॉम अपने पाठकों, विशेष रूप से महिला यात्रियों, से अपील करती है कि वे किसी भी देश की यात्रा करते समय आधिकारिक ट्रैवल एडवाइजरी को गंभीरता से लें। सुरक्षित यात्रा के लिए सतर्कता और योजना बेहद जरूरी है।