दुनिया के ज़्यादातर देशों में महिलाओं और पुरुषों की आबादी लगभग बराबर होती है। लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं जहां महिलाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में कहीं अधिक है। इसके पीछे कई कारण हैं, जैसे—पुरुषों का काम की तलाश में विदेश जाना, महिलाओं की औसतन अधिक उम्र, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, या सामाजिक परिस्थितियां।
वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू (2023) के आंकड़ों के अनुसार, कुछ देशों में यह लैंगिक अंतर अब पहले से भी ज़्यादा स्पष्ट रूप से दिख रहा है। आइए जानते हैं ऐसे 10 देशों और क्षेत्रों के बारे में, जहां महिलाओं की आबादी पुरुषों की तुलना में कहीं अधिक है, और इसके पीछे की मुख्य वजहें क्या हैं:
1. जिबूती (महिला-पुरुष अनुपात: 1.2)
यहां महिलाएं कुल जनसंख्या का लगभग 55% हिस्सा हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि बड़ी संख्या में पुरुष खाड़ी देशों में काम के लिए पलायन कर जाते हैं। इससे शहरी इलाकों में लैंगिक संतुलन और बिगड़ गया है।
2. हांगकांग (1.16)
हांगकांग में महिलाओं की अधिक संख्या का प्रमुख कारण घरेलू महिला कामगारों की बड़ी संख्या और महिलाओं की अधिक आयु है। जैसे-जैसे आबादी उम्रदराज़ होती है, यह अंतर और स्पष्ट हो जाता है।
3. लिथुआनिया (1.16)
यहां लंबे समय से महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक रही है, खासकर वृद्ध आयु वर्ग में। पुरुषों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और अपेक्षाकृत कम जीवन प्रत्याशा इसका मुख्य कारण है।
4. द बहामास (1.16)
द बहामास की कुल आबादी कम है, और महिलाओं की औसतन लंबी उम्र इस अंतर को और स्पष्ट बनाती है। ऐसे छोटे देशों में थोड़े से बदलाव भी बड़े असर डालते हैं।
5. रूस (1.15)
रूस में अधिकांश आयु वर्गों में महिलाएं पुरुषों से अधिक हैं। इसका कारण है—पुरुषों में अधिक मृत्यु दर, स्वास्थ्य समस्याएं, दुर्घटनाएं और अतीत में हुए युद्धों का प्रभाव।
6. बेलारूस (1.15)
यहां भी रूस की तरह स्थिति है। शहरी इलाकों और वृद्ध आयु वर्ग में महिलाएं प्रमुख हैं। पुरुषों की कम जीवन प्रत्याशा और उम्रदराज़ जनसंख्या इसका मुख्य कारण है।
7. लातविया (1.15)
लातविया में भी पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की संख्या अधिक है। मुख्य वजहें वही हैं: स्वास्थ्य समस्याएं और महिलाओं की लंबी उम्र।
8. एंगुइला (1.14)
कैरेबियाई क्षेत्र का यह छोटा ब्रिटिश क्षेत्र लैंगिक असंतुलन के मामले में उल्लेखनीय है। यहां की कम आबादी और महिलाओं की अधिक उम्र इसका कारण है।
9. प्यूर्टो रिको (1.12)
प्यूर्टो रिको में पुरुषों का अमेरिका की मुख्य भूमि पर काम के लिए जाना आम बात है। महिलाएं, खासकर वृद्ध महिलाएं, वहीं रह जाती हैं, जिससे समय के साथ संतुलन महिलाओं की ओर झुक गया है।
10. मोल्डोवा (1.12)
मोल्डोवा में भी पुरुषों का विदेश पलायन, खासकर यूरोपीय देशों की ओर, लैंगिक असंतुलन की प्रमुख वजह है। महिलाएं गांवों और शहरों में बनी रहती हैं, जिससे यह अंतर और बढ़ता है।
निष्कर्ष:
इन देशों में महिलाओं की अधिक संख्या केवल संयोग नहीं, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य कारणों से जुड़ी एक वास्तविकता है। जैसे-जैसे ये रुझान और स्पष्ट होते जा रहे हैं, यह सवाल उठता है कि क्या आने वाले समय में दुनिया को लैंगिक संतुलन को लेकर नई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा?
डिस्क्लेमर:
इस लेख में दिए गए सभी आंकड़े World Population Review (2023) से लिए गए हैं।